DigiPIN (डिजिटल पिन कोड) – पूरी जानकारी हिंदी में : IndiaPost

इंडिया पोस्ट की नई सेवा: DigiPIN (डिजिटल पिन कोड) – पूरी जानकारी हिंदी में 

🔷 परिचय – DigiPIN क्या है?

DigiPIN (Digital Postal Index Number) भारत सरकार के संचार मंत्रालय के डाक विभाग द्वारा शुरू की गई एक अभिनव सेवा है। इसका उद्देश्य पूरे देश के लिए एक मानकीकृत, जियो-कोडेड एड्रेसिंग सिस्टम प्रदान करना है। यह सेवा भौतिक पते को डिजिटल पहचान में बदल देती है और किसी भी स्थान को 10-अक्षरों के यूनिक कोड से दर्शाती है।


🧩 DigiPIN के प्रमुख घटक:

DigiPIN Timeline

📍 DigiPIN सेवा की महत्वपूर्ण तिथियाँ

2022-23
DigiPIN की अवधारणा व तकनीकी साझेदारी (IIT हैदराबाद और ISRO)
सितंबर 2023
बीटा वर्जन लॉन्च और सुझाव एकत्र किए गए
मार्च 2025
अंतिम तकनीकी दस्तावेज प्रकाशित किया गया
2025 (प्रारंभ)
India Post की वेबसाइट पर सेवा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराई गई
बिंदु विवरण
सेवा का नाम                  DigiPIN (Digital PIN Code)
किसने शुरू किया  भारत सरकार, संचार मंत्रालय, डाक विभाग
तकनीकी सहयोग IIT हैदराबाद और ISRO (NRSC)
कोड की लंबाई 10-अक्षर का अल्फ़ान्यूमेरिक कोड
तकनीक 4m x 4m ग्रिड बेस्ड जियो-कोडिंग
प्रारूप ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों में कार्य करने योग्य
आधार स्थान की लैटिट्यूड और लॉन्गिट्यूड




📌 यह कैसे काम करता है?

DigiPIN देश के प्रत्येक स्थान को एक 4 मीटर x 4 मीटर के ग्रिड में बांटता है। हर ग्रिड को एक यूनिक 10-अक्षर का कोड मिलता है, जो उस स्थान के भौगोलिक निर्देशांकों (latitude & longitude) पर आधारित होता है।

उदाहरण:

  • डाक भवन (Dak Bhawan) का DigiPIN: 39J49LL8T4


⚙️ तकनीकी विशेषताएं:

  • भारत को 16 भागों में विभाजित करके हर भाग को एक प्रतीक चिन्ह (जैसे 2, 3, C, F, T आदि) दिया गया है।

  • यह विभाजन 10 स्तरों तक होता है, जिससे लाखों यूनिक कोड बनते हैं।

  • DigiPIN स्थायी होता है, किसी स्थान का नाम या सड़क बदलने से कोड नहीं बदलता।

  • प्राइवेसी सुनिश्चित की जाती है — इसमें कोई व्यक्तिगत जानकारी नहीं होती।


✅ DigiPIN के लाभ:

  1. सटीक लोकेशन की पहचान (Accuracy up to 3.8m)

  2. KYC, बैंकिंग, बीमा और सरकारी सेवाओं में तेजी

  3. आपातकालीन सेवाओं में स्थान पहचान में मदद

  4. डिजिटल भारत की ओर एक और कदम

  5. किसी भी स्थान को डिजिटल एड्रेस में बदले


🛠 कैसे जनरेट करें DigiPIN?

📍 विकल्प 1: वेबसाइट के माध्यम से

  1. https://www.indiapost.gov.in/VAS/Pages/digipin.aspx पर जाएँ।

  2. मैप पर अपने स्थान का चयन करें या coordinates दर्ज करें।

  3. सिस्टम आपको आपके स्थान का DigiPIN कोड देगा। 


📍 विकल्प 2: API/कोडिंग के माध्यम से (डेवलपर्स के लिए)

  • आप latitude और longitude डालकर JavaScript फंक्शन द्वारा कोड प्राप्त कर सकते हैं। (कोड Annexure-1 में दिया गया है)

  • रिवर्स कोडिंग (DigiPIN से location) भी संभव है।

  • GitHub link is available here: GitHub - CEPT-VZG/digipin


Official DOC. - click here

Dhruva pdf - click here

🧠 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

❓ DigiPIN क्या सामान्य PIN कोड को रिप्लेस करेगा?

नहीं, यह उसे पूरक करेगा, यानी पारंपरिक पते के साथ एक अतिरिक्त सटीक पहचान होगी।

❓ क्या DigiPIN से किसी की पहचान उजागर हो सकती है?

नहीं, इसमें कोई व्यक्तिगत डेटा नहीं होता — यह केवल स्थान (location) पर आधारित है।

❓ DigiPIN का उपयोग कहां किया जा सकता है?

  • बैंकिंग/बीमा में KYC

  • डिलीवरी सेवाएं (Amazon, Swiggy आदि)

  • डिजास्टर मैनेजमेंट

  • शहरी नियोजन

  • सरकारी योजनाएं

❓ DigiPIN कैसे काम करता है?

यह latitude और longitude के हिसाब से ग्रिड बनाता है और हर ग्रिड को यूनिक कोड देता है।

❓ इसे कौन डेवलप कर रहा है?

भारत सरकार का डाक विभाग, ISRO और IIT हैदराबाद की सहायता से।

❓ क्या यह फ्री है?

हां, यह एक ओपन-सोर्स और मुफ्त सेवा है।


🗺 उपयोग की संभावनाएं:

क्षेत्र       लाभ
डिलीवरी लॉजिस्टिक्स -  पते की सटीकता बढ़ेगी
बैंकिंग और KYC डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में सुधार
इमरजेंसी सर्विसेज जल्दी लोकेशन पहचान
जीआईएस डिजिटल मैपिंग में सटीकता
शहरी योजना स्मार्ट सिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर में मदद

🔚 निष्कर्ष

DigiPIN एक क्रांतिकारी कदम है जो भारत को डिजिटल एड्रेसिंग के क्षेत्र में विश्वस्तरीय बना सकता है। यह न केवल नागरिकों की सुविधाएं बढ़ाएगा, बल्कि विभिन्न सरकारी एवं निजी सेवाओं को और सटीक और दक्ष बनाएगा।


Previous Post Next Post

Contact Form